मैं
हरियाणवी नश्ल के अंधाधुंध रक्तदान के खिलाफ हूँ; आगे ले जा कर उस रक्त का
वो क्या करेंगे, ऐसे लोगों को रक्तदान करने की अपेक्षा अच्छा है कि सिर्फ
दो तरीके के रक्तदान के अलावा कोई रक्तदान ना किया जावे| एक सीधे आर्मी के
रक्तदान विभागों में जा के सेना के लिए रक्तदान करके आओ या सिर्फ उनके ही
कैंप अपने यहां लगवाओ| दूसरा अपने-अपने जिले के सीएमओ ऑफिस में अपना ब्लड
ग्रुप लिखवा दो और या तो डॉक्टर या जरूरतमंद के बुलावे/अपील पे on the spot
जरूरतमंद को डायरेक्ट रक्तदान करो या फिर सीएमओ ऑफिस यह ब्लड ले के रख ले
और बाद में आपका खून किसको चढ़ाया गया, इसकी आपको पूरी जानकारी घर पहुँचावे|
इस अंधे तरीके से दान-वान कुछ नहीं होता, किसानों के बच्चों के खून का सिर्फ धंधा होता है| - फूल मलिक
इस अंधे तरीके से दान-वान कुछ नहीं होता, किसानों के बच्चों के खून का सिर्फ धंधा होता है| - फूल मलिक
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