Thursday, 16 July 2015

है कोई बाबा बामदेव, खिचड़ीवाल या दुभरमण्यम स्वामी या कोई आम भक्त ही?

जो धर्म के नाम पर भी इतने बड़े घोटाले करते हों तो, ख़ाक तो उनकी राष्ट्रवादिता और ख़ाक उनके देशभक्ति और धार्मिक एकता के जुमले! पिछली सरकार में तो कोई इटली वाली बाई के विदेशी होने की वजह को घोटालों का कारण बताता था और कोई सेक्युलर-वाद को। अब इनको कौनसे वाद से डंसा जो खुद के ही भगवान के नाम पे 1400 करोड़ ढकार के जमाही भी नहीं ले रहे और आगे सगूफे-पे-सगूफे घड़े ही जा रहे हैं।

स्विस का काला धन और सरकारी तंत्र के करप्शन का पैसा तो जब आएगा तब आएगा; है कोई माई का लाल अंधभक्त अथवा राष्ट्रवादी जो देश की देश में इनसे यह धर्म के घोटाले का 1400 करोड़ उगाह दे? है कोई जो इन धर्म के नाम पे घोटाले करने वालों की पूंछ पे पैर भी धर सकता हो, बाबा बामदेव, खिचड़ीवाल या दुभरमण्यम स्वामी या कोई आम भक्त ही?

जय यौद्धेय! - फूल मलिक

Source: हिंदू महासभा का वीएचपी पर गंभीर आरोप : राम मंदिर के लिए मिले 1400 करोड़ रुपए हड़पे
http://hindi.news24online.com/hindu-mahasabha-allege-vhp-on-money-collected-for-ram-temple-85/

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