Thursday 29 October 2015

उच्च शिक्षा में आरक्षण खत्म करने बारे कल आये सुप्रीम कोर्ट के फरमान से अचम्भित ना होवें, यह अपेक्षित था!

सर छोटूराम ने एक रैली के दौरान उनके एक अभिभाषण में कहा था कि उन्होंने 'मंडी-फंडी' के सिस्टम को इस हद तक विघटित कर दिया है कि आपको जो सीधी पावर और सहूलियत मिली है अब आगे उसको रोकने और आपसे छीनने हेतु और हम 85 प्रतिशतों की एकता बिखेरने हेतु 'मंडी-फंडी' कोर्टों का सहारा लिया करेगा| साथ ही उन्होंने कहा था कि यही इनके हाथ में आखिरी हथियार होगा, परन्तु मैंने पूरे यूनाइटेड पंजाब (आज के हरयाणा-पंजाब-हिमाचल और पाकिस्तान वाला पंजाब) में इतना ग्राउंड वर्क कर दिया है कि 'मंडी-फंडी' का यह कोर्ट वाला हथियार भी सफल नहीं होगा, वरन उल्टा हमें सत्ता तक पहुँचाने में सक्षम रहा करेगा| बशर्ते किसान-दलित एक रहे तो|

कितने दूरदर्शी थे सर छोटूराम कि 1937 में पूर्वानुमानित उनकी बात आज यथावत सत्य हो रही है|

पहले तीन बार लैंड आर्डिनेंस ला के सर छोटूराम ने जो तमाम जातियों और धर्मों के किसान सीधे-सीधे जमीन के मालिक बनाये थे वो मल्कियत छीनने की कोशिश की, परन्तु एक ना चली| अब बाबा साहेब आंबेडकर और सर छोटूराम के दिए आरक्षण को समाप्त करने के हर हथकंडे अपना रहे हैं, परन्तु इसमें भी कामयाब नहीं होंगे|

जय यौद्धेय!

फूल मलिक

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