Thursday 7 April 2016

सर छोटूराम द्वारा देहात क्षेत्रों में अछूतो की आवश्यकताओं की ओर विशेष ध्यान!

सर छोटूराम द्वारा देहात क्षेत्रों में अछूतो की आवश्यकताओं की ओर विशेष ध्यान दिया गया था| जिसका संक्षपित ब्यौरा इस प्रकार हैं :-

1) उन को पंचायतों के चुनावों में मत देने का अधिकार दिया गया|
 

2) बेगार लेने पर कानूनी पाबंधी लगाई गई|
 

3) सभी कुएं उन के उपयोग के लिए खोल दिये गए और अपने अलग कुएं बनाने के लिए विशेष सुविधाएं दी गई|
 

4) सर छोटूराम ने सदन में घोषणा की थी कि अछूतो के चेहरे पर से भेद-भाव का दाग मिटाने के लिए उन में तीन हजार एकड़ भूमि आवंटित किए जाने के आदेश दिए गए हैं | इस से उन्हें उच्च जातियों के हिंदुओं के निकट आने में मदद मिली हैं|
 

5) ग्रामीण उदद्योग को अनुदान दिए गए तथा आसान शर्तों पर कर्ज उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया|
 

6) एक विशेष अनुपात में अछूतो के लिए मुंशी और जिलेदार के पद आरक्षित किए गए|
 

7) कर्जा समझौता बोर्डो ने कर्ज संबंधी मामलों को आसान एवं सुविधाजनक बनाने में किसानों को मदद दी|
 

8) सर छोटूराम के अथक प्रयासों के कारण राज्य सेवाओं में किसानों के लिए आरक्षण का प्रावधान संभव हो पाया | पाँच प्रतिशत आरक्षण अछूतो के लिए कर दिया गया|
 

9) देहात पुननिर्माण के कार्यक्रम में शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया | सर छोटूराम ने एक बार सदन में गर्जना की, "अतीत में सरकारों द्वारा देहाती वर्गों की शिक्षा के प्रति अपनाया गया उपेक्षाभाव और उन की आर्थिक स्थिति सुधारने में बरती गई लापरवाही का ही परिणाम था कि किसान सूदखोर के पंजे में फसता चला गया| किसान की वर्तमान विवशता बहुत सीमा तक सरकार की अपराधपूर्ण लापरवाही के कारण हैं|

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