Friday 27 May 2016

जाटों के ओरिजिन की स्कैंडिनेवियन थ्योरी, जाट राजा 'ओडिन - दी वांडरर' और जाट आराध्य शिवजी!

निष्कर्ष: जाट राजा 'ओडिन - दी वांडरर' ही 'शिवजी' हैं।

जाट इतिहास की स्कैंडिनेवियन थ्योरी में जाटों के प्रतापी राजा हुए हैं "ओडिन दी वांडरर", इनका हुलिया हूबहू शिवजी के प्रारूप का है| शिवजी वास्तव में हुए हैं जरूर, परन्तु शिवजी के नाम से नहीं "ओडिन दी वांडरर" के नाम से। अत: जाट को शिवजी की आराधना करते वक्त यह कदापि नहीं भूलना चाहिए कि शिवजी माइथोलॉजी वाले काल्पनिक चरित्र नहीं अपितु यथार्थ में धरती पर होकर गए जाट राजा "ओडिन दी वांडरर" हैं।

आप राजा ओडिन दी वांडरर की जीवनी पढ़ेंगे तो हूबहू वही त्याग, क्रोध और तांडव भरी लीलाओं (परन्तु वास्तविक लीलाओं) से परिपूर्ण मिलेगी जैसे माइथोलॉजी बताई गई है|

अब ज्ञानी बहुतेरे की तर्ज पर आकर कहेंगे कि उस युग में स्कैंडेनेविया कौन पहुँच गया, ओडिन दी वांडरर के चरित्र को कॉपी-पेस्ट करने? तो इसका तो जवाब यही है कि जिनकी पुस्तकों में पूरा ब्रह्माण्ड समाया हुआ है, सूर्य-चन्द्रमा जिनकी पहुँच में रहे हों, पाताललोक-भूलोक-स्वर्गलोक जिनकी लेखनी के गुलाम रहे हों, तो उनके लिए स्कैंडेनेविया तक पहुंचना कौनसी बड़ी बात रही होगी?

विशेष: मैंने यह पोस्ट किसी का मजाक उड़ाने के लिए नहीं लिखी है, काफी समानताएं इन दोनों चरित्रों में मिली हैं तभी इस निष्कर्ष पर पहुँचा हूँ। बेशक कोई ज्ञानी-ध्यानी इस विषय पर डिबेट करना चाहे तो मैं उसका स्वागत करूँगा।

जय यौद्धेय! -फूल मलिक

References:

1) Odin/ओडिन/ओदन/उदन/आप/समुद्र/सोम ये सभी शिव के नाम हैं जिनका उल्लेख वेदों में इन्ही नामो के रुप में मिलता हैl पाणिनी ने आप को स्पष्ट रुप से जाट कहा हैl अथर्व वेद (16.1.6) आप को शिव कहा गया हैl

2) स्कैन्डिनेविया का पुरातन नाम स्कन्दनाम है जिसका नामकरण प्रथम जाट सेनापति स्कन्द/कुमार कार्तिकेय/ ब्रह्मण्य/ ऋत/वरुण के नाम पर हुआ इसी को वेदों में नार्वा (न अर्वा) भी कहा गया हैl

3) जाट इतिहास, लेखक ठा० देशराज ने पृ० 178-179 पर लिखा है कि “जाट लोगों ने स्केण्डेनेविया में ईसा से 500 वर्ष पहले प्रवेश किया था। उनके नेता (देवता) का नाम ओडिन था। वहां के प्रसिद्ध इतिहासकार मि० जन्सटर्न स्वयं अपने को ओडियन की सन्तान मानते हैं।”
4) ओडिन जाट जाटो के देवता है वो एक बंजारे की तरह घूमना पसन्द करते है वो एक राजा हैं जिन्हें युद्ध, सुरक्षा और ज्ञान का देवता भी माना जाता है। अपने जीवन मे इन्होंने अत्यधिक लड़ाईया लड़ी जिन्होंने उन्हें लड़ाई का देवता बना दिया। ओडिन ने अपनी आँख देकर ज्ञान की प्राप्ति की थी। इस विषय मे ये भी कहा जाता है की "Odin gave his eyes to gain knowledge and you should be willing to give a lot more". Odin has 4 sons , Mainly Thor (The God of lighting, war safety, thunder and rain) , Baldar, Vanil and vadir. Tyr is also considered his son. Baldar was killed by Loki (A god but full of faults and misdeeds who also pours his misdeeds on us for good cause/he believes in doing no matter whether the path is right or wrong). According to the Old Jat Religion , Odin is still the king of Asgard. ओडिन को असगार्ड का राजा माना जाता है जिसमे एक विशेष होल (Valhalla) है जहां सिर्फ बहादुर वीरो को ही प्रवेश दिया जाता है। 300 soliders lift the doors of Valhalla and only those who died fighting get inside and get to drink with Odin. A cowards act will close the doors of Valhalla forever for someone. According to the old Religion, The Gods( Odin thor hel frey frej Tyr loki vadir helminder etc etc) are not full of virtue or all good. they have faults and will end one day in order to start over again. The old Religion forces that the Gods are always among us and there is no separate world, its all part of one big universe where Gods and men live together. main point that we are always in the presence of the Gods. Odin is also one of the most wise in the world. he is full of knowledge and courage. Odin is also known as the oldest of the Gods and called God of The Gods or forefather of the all.

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