Saturday 30 November 2019

मेरी गुड़िया - इस वीडियो में कितनी बड़ी, कितनी मेच्योर, कितनी वैचारिक हो गई है; प्राउड ऑफ़ यू लिटिल सिस्टर!


एमबीए सेकंड ईयर दिल्ली - कॉलेज की कैंटीन में बैठ के शायद कोल्ड ड्रिंक्स पी रहा था, एक पतली-साँवली सी लड़की (यानि यह इस वीडियो वाली मेरी गुड़िया), कुछ-कुछ सहमी हुई सी मेरे टेबल के पास आ के दो मिनट के लिए खड़ी हुई, फिर मुड़ दूर गई, फिर वापिस आई और हिम्मत सी जुटा के बोली, "आप फूल कुमार सर" हैं?

मैं: हाँ!

लड़की (इससे आगे गुड़िया): हमें आपसे कुछ बात करनी है!

मैं: हाँ, कहो (साथ वाली कुर्सी की तरफ इशारा करते हुए बैठने की कही)

गुड़िया: हम यहाँ आपके साथ लगते कैंपस में ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर में आये हैं परन्तु हॉस्टल हमें मास्टर्स वालों के साथ मिला हुआ है| हमारी दिक्कत यह है कि ग्रेजुएशन-पोस्ट-ग्रेजुएशन जिसको देखो जहाँ देखो सबको हमारी रैगिंग करना होता है| मेस में, कैंटीन में, क्लास में, हॉस्टल में, पार्क में जहाँ दिखे कोई भी सीनियर सर या मैडम बुला के रैगिंग लेना शुरू कर देते हैं| हम इनसे बहुत तंग आ चुके हैं| एक तो वैसे ही इतनी दूर आये हैं, ना हमारा यहाँ मन लगा हुआ और ऊपर से यह जब देखो तब रैगिंग| दिन में सर-मैडम दोनों नहीं छोड़ते, रात को हॉस्टल में मैडमें नहीं छोड़ती| हम भाग जायेंगे यहाँ से वापिस अपने घर|

मैं प्रश्नात्मक आँखें लिए लड़की की तरफ देखता रहता हूँ?

गुड़िया समझ गई कि असली बात तो कही ही नहीं|

फिर बोली: हमको आपके पास कुछ सीनियर मैडमों ने भेजा है| बोले कि "ग्लोबल बिज़नेस डिपार्टमेंट के फूल कुमार से जा के मिलो"|

मैं: ओके, तो?

गुड़िया: आपको मेरी मदद करनी होगी, रैगिंग से पीछा छुडवाइये मेरा| मैडम बता रही थी कि आप हमारी मदद करेंगे और आपने मदद की तो हमें कोई कुछ नहीं कहेगा|

मैं: मैं क्या मदद कर सकता हूँ, रैगिंग वाले तो मैनेजमेंट के काबू नहीं आते, इवन एंटी-रैगिंग स्क्वाड वालों तक को ठेंगा दिखा के रैगिंग करते हैं| मैं तो एंटी-रैगिंग टीम में भी नहीं हूँ जो इसी नाते किसी को रोक सकूं? और वैसे भी यहाँ मेरे से पावरफुल बहुत हैं; मुझे नहीं लगता कि मेरी कोई मदद तुम्हारे काम आएगी?

गुड़िया: मैडम-लोगों ने सब बता दिया है हमको| यहाँ बहुत से तो फुकरे वाले पावरफुल हैं जबकि आपको सबसे भरोसे वाला बताया है| अपनी पे आते हैं तो सलीके से रखते हुए मैनेजमेंट - प्रेजिडेंट सर - वाइस-प्रेजिडेंट सर सबको अपनी बात पर कन्विंस कर लेते हैं, और जो आपसे कन्विंस नहीं होता उसको फिर आप सुनते भी नहीं और फिर भी लो-प्रोफाइल में रहते हैं| जो रैगिंग रोकने वालों के काबू नहीं आते, मैनेजमेंट उनको काबू करने के लिए आपकी हेल्प लेती है| अब आपको हमारी भी मदद करनी होगी|


मैं: काफी रिसर्च करके आई हो मेरे बारे? मदद का गलत फायदा तो नहीं उठाओगी? पता लगा मेरा नाम ले के तुम ही शरारतें करने लग गई? 

गुड़िया: थोड़ी देर कन्फ्यूज्ड सी रही, फिर - सर, हम बहुत शरीफ घर से हैं; आपका भरोसा नहीं तोड़ेंगे|

मैं: ठीक है एक तो आज से मुझे सर नहीं भाई कहा करोगी| दूसरा जो भी रैगिंग लेवे उसको बोलना कि, "हम, फूल कुमार की बहन हैं"|

गुड़िया खुश होती है और - थैंक यू सर, आपकी यह हेल्प हम सदा याद रखेंगे|

मैं: सर या .... ?

गुड़िया: हाँ-हाँ सॉरी भैया?

और उस दिन के बाद गुड़िया को रैगिंग की चकचक से परमानेंट छुटकारा मिल गया था| उसके बाद, कहीं खाली बैठा दिखा और आन बैठती अपने भाई के पास|

गुड़िया, पता नहीं तू इस नोट को पढ़ पाएगी भी कि नहीं, तुझे यह नोटिफाई होगा भी कि नहीं परन्तु तुझे पता है मुझे, हम भाई-बहन की सारी धींगा-मस्ती आज भी याद है| खासकर वह वाला पल, जब अपुन दोनों मेस के सामने वाले पार्क में बैठे थे और तुझे HR डिपार्टमेंट वाली सीनियर्स ने बुलाया था और तूने वापिस आ के मुझसे पूछा कि पता है भैया मैडम-लोग क्या पूछ रहे थे?

मैंने कहा: क्या?

बोल रही थी: तुम इसके पास कैसे बैठी हो?

गुड़िया: मैं बोली कि वह मेरे भैया हैं|

HR वाली मैडम-लोग: अच्छा तभी तो, हम भी कहें कि इसके पास तो बैचमेट होते हुए भी हम ही जाने से घबराती हैं| बिना काम तो इससे बातें करने से ही डरती हैं और तू जब देखो इसके साथ मंडराती रहती है| बहन है, तभी तो|

और फिर हम दोनों कैसे ठहाके मार-मार के हँसे थे|

फिर तुमने बताया कि उन्होंने यह भी पूछा कि यह हरयाणा से और तुम बिहार से तो तुम भाई-बहन कैसे हुए?

तो तुमने बताया कि भाई क्या सिर्फ ब्लड रिलेशन से ही होते हैं, यह हमारे ब्लड वाले से भी डबल भाई हैं| हम धर्म के भाई-बहन हैं|

और मैं मंद-मंद मुस्कराता रहा तेरे ऐसे आल्हादित कर देने वाले जवाब पर| आज भी याद हैं मुझे यह सारी बातें|

आज तेरी यह भाई के टाइप वाले तेवरों वाली वीडियो देखी तो लगा कि मेरी गुड़िया पर भाई की कंपनी का असर अभी तक है|

Keep it up Gudiya, you spoke very affirmed and balanced. Stay blessed always! Bhai adores you always and fully endorse your words in this video!

https://www.facebook.com/100000298227594/videos/2900098903343355/UzpfSTEwMDAwMTk0MjU2ODIyMTozMjIxODk2Mzg0NTUxNzQ5/

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