Tuesday 31 May 2022

अबकी बार जाट-जट्ट "अपना-अपने को मारे" वाली गलती नहीं कर रहा, डॉन तक इस बात की अहमियत को समझ रहे हैं!

इसीलिए "गोल्डी बराड़" का जब नाम आया मुसेवाला की मौत में तो उसने तुरंत वीडियो जारी करके कहा कि इसमें उसका रोल नहीं है|

वह लोग इस बात पर ध्यान दें, जो यह सोच के हताश हुए जाते हैं कि जट्ट, जट्ट को मार रहा है| मेरे ख्याल से किसान आंदोलन ने इतनी शिक्षा कूट-कूट के भर दी है कि अपने को मारने को अपना ही हथियार नहीं बनेगा| जाट-जट्ट तो क्या किसी भी जाति का किसान ऐसा ना करे|
हाँ, सरकारी तंत्र में किसी अफसर आदि या सीएम तक पे जिम्मेदारी धर के इसको जट्ट बनाम जट्ट रंग देना बहुत बड़ी नादानी व् जल्दबाजी दोनों हो सकती है| इस बात का शुकून लो कि जाट-जट्ट एक चल रहा है|
व् तमाम बिरादरियों के किसान की हर स्तर के फील्ड की औलाद इस बात की अहमियत को समझे| भाई पैसा कहीं और से भी कमा लोगे, किसी और की सुपारी ले के भी कमा लोगे; परन्तु उनकी सुपारी मत लो, जो इस किसान आंदोलन की जड़ हैं/थे| और अगर ऐसा कुछ करना भी पड़े तो ज्योना जट्ट, लजवाणिया दादा भूरा व् दादा निंघहिया की भांति करो; रॉबिनहुड की भांति करो|
जय यौधेय! - फूल मलिक

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