Monday, 8 September 2025

प्रकृति का मौसम विभाग है टिटहरी या टिटूड़ी

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इसके आगे तो वैज्ञानिक भी फैल हैं 👇पहले ही बता दिया था कैसा रहेगा मानसून ⚠️
इस बार टिटहरी ने कई जगह छत पर अंडे दिये, सोशल मीडिया पर बहुत से फोटो ऐसे दिखे जिनमें इस पक्षी ने ऊंचाई पर अंडे दिए थे। जैसे कि।खेत में बने मकान की छत पर 🤷
👉 टिटहरी ने 4 अंडे दिये हो तो समझो 4 महीने बारिश होगी।
👉 टिटहरी ने ऊँचाई वाली जमीन पर अंडे दिये तो समझो बहुत अच्छी बारिश के आसार है इस बार। जो कि सच भी साबित हुआ है ☑️
👉 अगर टिटहरी ने छत पर अंडे दे दिये है तो समझो पानी से तबाही होगी,, कई राज्य बाढ़ की चपेट में है।
👉 कभी आप टिटहरी को कुरुक्षेत्र के अलावा देश मे मृत नही देख सकते
👉 टिटहरी जिस खेत मे अंडे देती है वो खेत कभी खाली नही रहता, अच्छी फसल होती है।
👉 जिस वर्ष टिटहरी अंडे न दे या जमीन में नीचे गड्ढे में अंडे दे तो समझ लो अकाल पड़ेगा या कम बारिश होगी इस साल।
प्रकृति इनसे है, ये प्रकृति के पोषक हैं। जब विज्ञान नही था तब ये थे, प्रभु ने इसलिए इन्हें बनाया। हम खो रहे है और भूगत रहे है। इनको इग्नोर करके , जैसे हिमाचल में बाढ़ आई कुत्ते ने आगाह किया था, जिन्दगी भी बचाई थी 🐕 कुछ लोग अब ज्ञान देंगे साइंस (वैज्ञानिक) युग का तो भाई ऐसा भी हुआ है मौसम विभाग (वैज्ञानिकों) ने भारी बारिश 🌧️ का अलर्ट ⚠️ जारी किया और उस दौरान बूंद तक नहीं पड़ी।

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