Monday 10 August 2015

"घुन्नों ने खो दिए गाम और ऊत्तों के नाम बदनाम" की एक मिशाल यह भी!!

"My Country My Life" पुस्तक में इसके लेखक लालकृष्ण आडवाणी खुद लिखते हैं कि 1984 के सिख कत्ले-आम कराने से इंदिरा गांधी तो झिझक रही थी, उसको हमने (यानी बीजेपी और आरएसएस) ने ही प्रेरणा दी थी उस कत्ले-आम हेतु आगे बढ़ने की|

कत्ल करने वाला और कत्ल की प्रेरणा देने वाला दोनों बराबर के दोषी होते हैं| सो 1984 का पाप हुआ था तो उस पाप वास्ते अकेली कांग्रेसी दोषी नहीं, बीजेपी और आरएसएस भी उतनी ही दोषी है| इस कत्लेआम पर इंदिरा को दुर्गामाता का ख़िताब देने वाले बीजेपी और आरएसएस के लोग थे| सिखों के कत्लेआम पे लड्डू बांटनें वाले भी यही लोग थे| अडवाणी खुद इन बातों को उनकी इस पुस्तक में लिखते हैं तो इसलिए कोई मुझे झूठा भी नहीं कह सकता|

इसलिए कांग्रेस को खूनी पंजा कहने वाले ऐसा कह के खुद की करतूत से जनता का ध्यान हटाते हैं बस|

जय यौद्धेय! - फूल मलिक

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