Monday 24 August 2015

राजनैतिक पार्टियां आरटीआई के तहत आएँगी या नहीं, यह जनमत संग्रह से तय होना चाहिए!


इसके ऊपर जनमत संग्रह होना चाहिए, पार्टियां नहीं अपितु जनता इस देश की बाप है| जनता को इस पर जनमत देने का अधिकार होना चाहिए कि राजनैतिक पार्टियां आरटीआई के दायरे में आएँगी अथवा नहीं| निसंदेह ऐसा मुद्दा आयरलैंड, ग्रीक, स्कॉटलैंड, अमेरिका, फ्रांस जैसे देशों में होता तो जनता इस पर निर्णय सुनाती|

देश के सुप्रीम कोर्ट से अपील है कि इस मुद्दे को जनता की कोर्ट में जनमत संग्रह के लिए भेज दिया जाना चाहिए|

Topic: Centre to SC: Parties can't be brought under RTI
Source: http://timesofindia.indiatimes.com/india/Centre-to-SC-Parties-cant-be-brought-under-RTI/articleshow/48653592.cms

फूल मलिक

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