Tuesday 5 July 2022

इंडिया में विश्वगुरु कहलाने की हैसियत का कोई है तो हैं वह हैं 2020-21 का किसान आंदोलन करने वाले यहाँ के किसान!

पढ़ें नीचे व् देखें कैसे पूरी दुनिया को शांतिपूर्ण आंदोलन करने सीखा दिए!


नीदरलैंड में किसानों ने ट्रैक्टरों के माध्यम से हाईवे को जाम किया| सरकारी बिल्डिंगों के सामने धरना शुरू किया और सुपर-मार्किटों के स्टोरों को घेर लिया है। किसानों ने नीदरलैंड-जर्मनी हाईवे को भी जाम कर दिया है। नीदरलैंड की सरकार 2030 तक अमोनिया और नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन 50% तक कम करना चाहती है जिसके लिए किसानों पर अलग-अलग तरह की पाबंदियां लगाई जा रही हैं, जिसके तहत पशु रखने पर प्रतिबंध, खेती में उर्वरक इस्तेमाल पर रोक आदि शामिल हैं। किसानों का कहना है कि हवाई यातायात, बिल्डिंग निर्माण व इंडस्ट्री से बड़ी मात्रा में खतरनाक गैसों का उत्सर्जन होता है लेकिन उन पर किसी तरह की कोई रोक नहीं लगाई जा रही है, बल्कि उल्टा किसानों पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। किसानों ने नया नारा दिया है "Our Farmers, Our Future", जिस तरह भारत में किसान आंदोलन के दौरान नारा "No Farmers, No Future" था। भारत के किसान आंदोलन ने दुनियाभर के किसानों पर गहरा प्रभाव डाला है और शांतिपूर्ण ढंग से ट्रैक्टरों के माध्यम से प्रदर्शन करने का जज्बा पैदा किया है, जिसके भविष्य में सार्थक परिणाम होंगे।


यह है असली विश्वगुरु की धाती, इन फंडियों वाले कपोल-कल्पित विश्वगुरु के डोंडरों में मत पड़ा करो; यह तुम्हें चलते-फिरते नस्लीय-घृणा से भरे विषगुरु तो जरूर बना सकते हैं, इससे ज्यादा कुछ नहीं| 


जय यौधेय! - फूल मलिक 






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