Saturday, 19 July 2025

मुगल काल में 2.5% ज़कात मुस्लिमों को देना पड़ता था। हिंदुओं को 1–2% जजिया देना पड़ता था। उस पर भी गरीबों को छूट थी।

 कोई इनकम टैक्स, कोई जीएसटी नहीं। फिर भी 1700 ईस्वी में भारत के पास दुनिया की एक–चौथाई दौलत थी। 


अब सभी लोगों को 40% टैक्स देना पड़ता है। बदले में गड्ढे वाली सड़कें, गिरते पुल, रेप, हत्या, गुंडागर्दी झेलनी पड़ रही है। 


आज नरेंद्र मोदी का भारत दुनिया के भिखमंगे देशों में शुमार है। 


फिर भी अगर आप नरेंद्र मोदी सत्ता के विकास का बखान कर रहे हैं तो इसके 2 मतलब हैं–

1. या तो इस सत्ता से आपको दलाली मिल रही है

2. या फिर आप जाहिल भक्त हैं। 


 15 साल पहले मनमोहन राज में मोदी के दोस्त कॉरपोरेट्स 70% टैक्स देते थे। आम जनता 30% चुकाती थी।


लेकिन चौथी फेल मोदी के राज में गरीब जनता 60% टैक्स चुकाती है। 40% अमीर देते हैं। माहौल में सन्नाटा पसर गया। 


✍🏻सौमित्र राय

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