कुरुक्षेत्र सांसद राजकुमार सैनी व् गुहला विधायक बाजीगर पर सीवन गाव में नारे व् पथराव!
सांसद ने कहा जाति विशेष का काम!
सांसद महोदय शायद आप अपने ही क्षेत्र के डेमोग्राफिक विस्तार से वाकिफ नहीं| जान लेना जरूरी होता है, वर्ना झूठ दिन-धोली पकड़ा जाता है|
सीवन गाँव में 12807 मतदाता हैं पर आपकी बताई जाति विशेष का इस हमले में और वो भी उसी गाँव के लोगों के अनुसार एक भी नही| हाँ, जाति विशेष के मात्र 1200 के करीब मतदाता जरूर हैं उस गाँव में।
जनता विरोध कर रही और कमाल इस बात का है सीवन जैसा गाँव जिसने पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में एकमुश्त होकर आपको ही अधिकतर वोट दिए, वहाँ आप पर हमला हुआ? बीजेपी के वोट-बैंक वाले गाँव में आप पे हमला हुआ जनाब?
चेत जाओ नही तो सारा देश सभी का यही हाल करेगा ये जाति विशेष का नहीं वरन जनता विशेष का आपकी नीतियों के प्रति विरोध है।
वैसे दुनिया इतनी बावलीबूच भी नहीं है एमपी साहब, सबको पता लग रहा है कि उस गाँव में कौन बहुलयता में है और किसने आपको पत्थर मारे होंगे| जबकि यहाँ तो खुद सीवन वाले कह रहे हैं कि एमपी साहब की बताई जाति विशेष वाला तो एक भी नहीं था आप पर पत्थर बरसाने में|
परन्तु आपके साथ तो वो "कुत्ते को मार गई थी बिजली, और मिराड को देखे और कुकावे-ही-कुकावे" वाली बात हो रखी! बावले हो आप, जाट हमला प्लान करे और सिर्फ पत्थर बरसवा के छोड़ दे, सर कुछ राह लगती तो बात किया करो|
गाँव सीएम हरयाणा की जाति बाहुल्य का और इल्जाम फिर भी जाति-विशेष यानी जाटों पर| शर्म कर लो जनाब कुछ, कुछ तो झांक लो अपने गिरेबान में| असलियत को पहचान लो जनाब, जिन्होनें आपको सबसे ज्यादा वोट दिए, उन्हीं के गांव में आप पे पत्थर बरसे| शायद इस कड़वी सच्चाई से वाकिफ नहीं होना चाहते होंगे आप, इसलिए मन में बहम रखने को "जाति विशेष" का काम बता के उछाल दिया| कोई ना, "क्यों खखावै नदी, आवे तो पुल के तले को ही गी!"
जय योद्धेय! - फूल मलिक
सांसद ने कहा जाति विशेष का काम!
सांसद महोदय शायद आप अपने ही क्षेत्र के डेमोग्राफिक विस्तार से वाकिफ नहीं| जान लेना जरूरी होता है, वर्ना झूठ दिन-धोली पकड़ा जाता है|
सीवन गाँव में 12807 मतदाता हैं पर आपकी बताई जाति विशेष का इस हमले में और वो भी उसी गाँव के लोगों के अनुसार एक भी नही| हाँ, जाति विशेष के मात्र 1200 के करीब मतदाता जरूर हैं उस गाँव में।
जनता विरोध कर रही और कमाल इस बात का है सीवन जैसा गाँव जिसने पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में एकमुश्त होकर आपको ही अधिकतर वोट दिए, वहाँ आप पर हमला हुआ? बीजेपी के वोट-बैंक वाले गाँव में आप पे हमला हुआ जनाब?
चेत जाओ नही तो सारा देश सभी का यही हाल करेगा ये जाति विशेष का नहीं वरन जनता विशेष का आपकी नीतियों के प्रति विरोध है।
वैसे दुनिया इतनी बावलीबूच भी नहीं है एमपी साहब, सबको पता लग रहा है कि उस गाँव में कौन बहुलयता में है और किसने आपको पत्थर मारे होंगे| जबकि यहाँ तो खुद सीवन वाले कह रहे हैं कि एमपी साहब की बताई जाति विशेष वाला तो एक भी नहीं था आप पर पत्थर बरसाने में|
परन्तु आपके साथ तो वो "कुत्ते को मार गई थी बिजली, और मिराड को देखे और कुकावे-ही-कुकावे" वाली बात हो रखी! बावले हो आप, जाट हमला प्लान करे और सिर्फ पत्थर बरसवा के छोड़ दे, सर कुछ राह लगती तो बात किया करो|
गाँव सीएम हरयाणा की जाति बाहुल्य का और इल्जाम फिर भी जाति-विशेष यानी जाटों पर| शर्म कर लो जनाब कुछ, कुछ तो झांक लो अपने गिरेबान में| असलियत को पहचान लो जनाब, जिन्होनें आपको सबसे ज्यादा वोट दिए, उन्हीं के गांव में आप पे पत्थर बरसे| शायद इस कड़वी सच्चाई से वाकिफ नहीं होना चाहते होंगे आप, इसलिए मन में बहम रखने को "जाति विशेष" का काम बता के उछाल दिया| कोई ना, "क्यों खखावै नदी, आवे तो पुल के तले को ही गी!"
जय योद्धेय! - फूल मलिक
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