Saturday 21 November 2015

बीजेपी में जा के किसान पृष्ठभूमि के नेता की बुद्धि भी कैसे मंद हो जाती है, उसका जीता-जागता उदाहरण है भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद धर्मबीर पंघाल!

एक किसान ने जब पूछा कि यह हजारों गाय आवारा छोड़ दी, यह हमारी रबी-खरीफ दोनों फसलें उजाड़ रही हैं, इनका कुछ क्यों नहीं किया जा रहा?

तो महोदय जवाब में कहते हैं कि देशी गाय नहीं अपितु जर्सी-अमरीकन गाय ज्यादा आवारा घूमती हैं और खेतों को चरती हैं| अब इन महाशय को कौन बताये कि जर्सी-अमरीकन तो बालट भर के दूध देती है, उसको तो कोई विरला ही आवारा छोड़ता है| 90% आवारा तो घूम ही देशी नश्ल रही है|

ओह अच्छा जनाब आरएसएस और बीजेपी से गाय-ज्ञान पा के इतने ज्ञानी हो गए हैं कि इनको यह भी पता लग गया कि जर्सी-अमेरिकन गाय में दिमाग नहीं होता और देशी में होता है| जनाब यह जो अमेरिका और यूरोप पूरे विश्व पे राज करते हैं ना वो इन्हीं जर्सी और अमेरिकन गाय का दूध पी के करते हैं, और यह आपकी देशी नश्ल का दूध पीने वालों के दिमाग ने क्या दिमागी करिश्मे दिखाए हैं जरा देश की 1300 साल की गुलामी काल में झाँक के देख लो|

ऐंड-बैंड-सैंड कुछ भी क्या? आळु जैसा व्यवहार मत करो जनाब अगर आपके हाथ बंधे हैं तो साफ़ बोल दो|

वैसे किधर गए ये सारे गौ-भगत, आओ भाई आगे, कम-से-कम एक-एक तो बांधों अपने कोठी-बंगलो में, और नहीं तो दूकान के अगाडे-पिछाड़े या मंदिर के आँगन में ही बाँध लो|

जागो किसान की औलादो, इन पाखंडियों के ढोंगों में फंसोगे तो ऐसे ही अपने दोहरे-तिहरे नुकसान करवाओगे|
मतलब क्या खूब मजे ले रही है हरयाणा सरकार भी किसानों के, एक तो फसलों के भाव नहीं, और ऊपर से जो कुछ थोड़ा बहुत पैदा होवे तो उसको यह आवारा गायें छोड़ के उजड़वा रही है| और कमाल की बात तो यह है कि किसानी जातियों से आने वाले राजकुमार सैनी और रोशनलाल आर्य तक को यह चीजें नहीं दिख रही| हाँ भाई, आरएसएस और बीजेपी के जातीय जहर के एजेंडा को फ़ैलाने से इनको फुर्सत मिले तो किसान का दर्द सुनेंगे ना| क्या विडंबना है किसान की| शायद आरएसएस और बीजेपी की घूंटी ऐसी ही होती है, किसी और को भी पीनी हो तो देख लो भाई, सोच लो|

जय यौद्धेय! - फूल मलिक

Source: BJP सांसद धर्मबीर बोले, गाय एक बिना दिमाग वाला पशु है
http://hindi.news18.com/news/chandigarh/cow-is-without-mind-animal-says-dharambir-1041163.html

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