सन 1938 में सर चौधरी छोटूराम जी यूनाइटेड पंजाब के कृषि-मंत्री थे| उन्होंने भूमिहीन दलितों को खाली पड़ी सरकारी कृषि भूमि योग्य 4 लाख 54 हजार 625 एकड़ (किल्ले) जो मुल्तान व् इसके लगते जिलों में थी, उसको भूमिहीन दलितों को रु. 3 रुपये प्रति एकड़ के रेट पर 12 वर्षों में तक बिना ब्याज व् प्रतिवर्ष चार आने किश्तों पर चुकाने की शर्तों सहित अलॉट कर दलितों को भू-स्वामी बनाया।
उनकी इस महानता पर दलितों ने सर छोटूराम को "दीनबंधु" का टाइटल देकर उन्हें हाथी पर चढ़ा कर ढोल-नगाड़ों से जुलूस निकालकर जलसा किया| और ऐसे और तब से सर छोटूराम, सर व् रहबर-ए-आज़म के साथ-साथ "दीनबंधु" भी कहलाये|
जय यौद्धेय! - फूल मलिक
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