*औरंगजेब का गुनाह ये था कि उसने*
अपने पिता को मरते समय तक कैद करके रखा था..!!!
वह तो औरंगजेब था लेकिन ये लोग कौन थे????
1.सम्राट प्रसेनजीत को उनके बेटे ने विश्वासघात कर उन्हें कैद किया।
2.बिम्बिसार को उनके पुत्र अजातशत्रु ने कारागार में मार डाला।
3. अजातशत्रु का वध उसके पुत्र उदयभद्र ने किया।
4.उदयभद्र की हत्या उसके पुत्र अनिरुद्ध ने की।
5.अनुरुद्ध की हत्या उसके पुत्र मुंड ने की।
6.मुंड की हत्या उसके पुत्र नगदसक ने की
7.समुद्रगुप्त के पुत्र रामगुप्त की हत्या छोटे भाई चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य ने की।
8.अशोक अपने भाइयों को मार कर गद्दी पर बैठे।
9.पांडव अपने सारे भाइयों को मारकर गद्दी पर बैठे।
10.राणा सांगा के पिता राणा उदय सिंह प्रथम ने राज्य के लिए अपने पिता राणा कुंभा की प्रातः काल मंदिर में धोखे से पीछे से वार करके हत्या की थी।
11. राणा सांगा ने अपने 2 बड़े भाइयों की हत्या कर शासन पर कब्जा किया!
12. /13. सुग्रीव और विभीषण के उदाहरण भी इसी सूची के तहत आते हैं; परन्तु वह मैथोलॉजिकल चरित्र ज्यादा हैं व् वास्तिकता से परे हैं| ऐसे ही पांडवों का उदाहरण है, वह भी मैथोलोजिक्ल चरित्र हैं।
इति सिद्धम्! सबके कुछ ना कुछ उस समय अपने अपने मसलात रहे होंगे राजी खुशी कोई ऐसे काम नहीं करता।
*Note:* इस लिए इतिहास और धर्मस्थल ज्यादा न खोंदें....अन्यथा बुद्ध निकलेंगे और फिर बहुत कुछ ऐसा भी निकलेगा जिसके जवाब न मिलेंगे... इसलिए बेहतर शिक्षा..! बेहतर चिकित्सा..!.. बेहतर अर्थव्यवस्था..! नौकरियों..! रोजगार.! व्यापार.! बच्चों के भविष्य के लिए खड़े हों... अपना भविष्य न खोदें..!!! वरना नफरतियों के बालक विदेश में पढ़ेंगे और तुम्हारी औलादें टपकती छतों वाले स्कूलों में!
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