Sunday, 17 August 2025

स्व० चौधरी स्त्यपाल मलिक जी के देहवसान पर अंडर बारे सर्वखाप पंचायत का रूख!

 स्व० चौधरी स्त्यपाल मलिक जी यूपी विधानसभा के सदस्य रहे, राज्यसभा के सदस्य रहे, लोकसभा के सदस्य रहे, बिहार के गवर्नर रहे, जम्मू-कश्मीर के गवर्नर रहे, जब जम्मू कश्मीर के गवर्नर थे तब इसी दौरान कुछ महीनों के लिए इनके पास ओड़ीशा के गवर्नर का अड़िश्नल चार्ज भी रहा, गोवा के गवर्नर रहे तथा मेघाल्य के गवर्नर रहे। 5 अगस्त 2025 को मलिक साहब का देहांत हुआ था, पर ये बड़े ही अफसोस की बात है कि इतने अहम पदों पर रहने वाले व्यक्ति को बीजेपी सरकार ने राजकीय सम्मान नहीं दिया। राजकिए सम्मान तो छोड़िए बीजेपी सरकार का कोई मंत्री भी उनकी शोक सभा में शोक प्रकट करने नहीं पहुंचा। ऐसा करके बीजेपी सरकार ने हमारे समाज का अपमान किया है, जोकि एक सोची समझी चाल के तहत किया गया है। वहीं दूसरी ओर पूर्व उपराष्ट्रपति चौधरी जगदीप धनखड़ जी की जिस प्रकार से बेइज्जती की जा रही है, वह भी एक सोची समझी साजिश के तहत ही की जा रही है। इन दोनों घटनाओं के अतिरिक्त अभी एनसीईआरटी के पाठ्यकर्म में भी हमारे महान इतिहास को मिटाने की कोशिश की गई है। ये सभी ही घटनाएँ सरासर दर्शा रही हैं की सरकार हमारे समाज के मुंह में उंगली फेर कर देख रही है! 


जहां तक हमारे समाज के अपमान की बात है, इतिहास गवाह है कि कई बड़े नेताओं के बयान हैं जो हमारे समाज की प्रशंसा कर रहें हैं, चाहे प० नेहरू का बयान हो, डॉ जाकिर हुसैन का बयान हो या प० मदन मोहन मालवीय का बयान हो, सभी ने जाटों की भूरी भूरी प्रशंसा ही की है। पर यह भी गवाह है कि आज़ादी से पहले या आज़ादी के बाद या फिर मुगल काल हो, जिस भी हुकूमत ने हमारे समाज का सरासर अपमान किया उसका हमारे समाज ने मुंह तोड़ जवाब दिया है। मुगलिया दौर की तीन घटनाओं का इतिहास उदाहरण के तौर पर बतला दूँ कि हमारे समाज ने उनका वजूद ही मिटा दिया था; कलानौर के नवाब, असंध-सालवान के नवाब तथा बालू (जोकि हांसी मुगल सरदार की अमलदारी में था) के जगीरदार पर हमारी खापों ने इतना जबर्दस्त आक्रमण किया था कि उनकी जागीरदारी और परिवार का नामों निशान ही मिटा दिया था।  


अब जानबूझकर मोदी सरकार ने हमारे समाज का सरासर अपमान किया है। हमारे समाज की एक खूबी है कि वो अपमान को जल्दी से भूलती नहीं है, परंतु इसकी बड़ी कमी ये भी है कि ये जल्दी बहक भी जाती है। इसलिए समाज को छोटी छोटी संभाएँ करके इस मामले को हमेशा चर्चा का विषय रखा जाना चाहिए के ताकि समय आने पर इन चर्चाओं का नतीजा निकल कर आए, और इस अहंकारी सरकार को लोकतान्त्रिक तरीके से मुंह तोड़ जवाब दिया जा सके।

    जयदीप जी बिल्कुल 100% ठीक कहा हमारे वाले जगदीप धनखड़ संवैधानिक पद पर बैठे हुए हमारे काम को बदनामी की सवाएं कुछ नहीं दे गए। और हो सकता है कि अब नजर बंद भी कर दिए गए हो क्योंकि संजीव कुमार का और इनका फिलहाल कोई स्टेटमेंट कोई अता पता नहीं है कपिल सिब्बल जी बिल्कुल ठीक मांग कर रहे हैं। 

   यह बाहर के विदेशी यूरेशियन नस्ल के शासक जो की आधार कार्ड और वोटर कार्ड को स्वीकार ही नहीं रहे और आइडेंटिटी मांगते हैं तो भला यह सरकार भी फिर इल्लीगल है गैरकानूनी है हमें इस सरकार को भी नहीं मानना चाहिए जब यह आधार कार्ड और वोटर कार्ड को ही नहीं मान रहे। 

   इन विदेशी नस्ल के यूरेशियन नस्ल के कॉर्पोरेट के लोगों को शीघ्र यहां से खदेड़ना होगा। इन्होंने भारतीय समाज से वोट के अधिकार को समाप्त कर दिया है। भला एक- मकान में 267 वोटर है 10 बाई 10 के कमरे  में, अरे उनके बच्चे भी तो होंगे यह तो वोटर है। शर्म नहीं आती वोटर लिस्ट बनाने वालों को भी, लिखने वालों को भी। इन  प्रशासनिक अधिकारियों को और चुनाव अधिकारियों को जेल में ठोकना चाहिए। यह चुनाव रद्द किए जाने चाहिए। हरियाणा दिल्ली उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र उड़ीसा और अब होने वाले बिहार केतथा केंद्रीय सभी चुनाव इलीगल तरीके  से बेइंसाफी से किए गए हैं चुनाव आयोग ने अपनी मनमर्जी से वोट घटा बढ़ा के झूठे रिजल्ट तैयार कर दिए गए। अब बड़े आंदोलन की आवश्यकता है। राहुल गांधी ने ठीक समय पर सही तथ्य भारतवर्ष की जनता के सामने रख दिए कोई माने या ना माने।

प्रधान धनखड़ खाप, कोऑर्डिनेटर सर्व खाप पंचायत।


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