Friday, 17 April 2015

गुरु-नानक देव जी को छोड़ कर बाकी सब सिख-गुरु एक ही खानदान के!

मुझे नहीं पता आप में से कितनों ने यह बात आज तक गौर की है, परन्तु जहां पहले मैं यह कहता था कि सिख धर्म के दसों गुरु एक ही जाति के हैं, अब नई बात यह मिली कि प्रथम गुरु नानक जी को छोड़ के बाकी सब गुरु एक ही खानदान के हुए हैं| यह देखिये:

1) गुरु नानक देव जी ने उनके शिष्य लहना जी उर्फ़ गुरु अंगद जी को दूसरा सिख गुरु घोषित किया|

2) गुरु अंगद जी की बेटी तीसरे सिखगुरु गुरु अमरदास जी की भतीज बहु थी| भतीज बहु से गुरु अमरदास जी ने प्रेरणा ली और गुरु अंगद देव जी के पास पहुंचे और तीसरे सिख गुरु बने|
 

3) तीसरे गुरु अमरदास जी के बाद उनके जमाई गुरु रामदास जी चौथे सिख गुरु बने|

4) चौथे गुरु रामदास जी के छोटे सुपुत्र गुरु अर्जनदेव जी सिख धर्म के पांचवें गुरु बने (इनको जाट सिख बाबा बुड्ढा जी को दरकिनार कर गुरु बनाया गया था)|
 

5) पांचवें गुरु अर्जन देव जी के बाद इनके बेटे गुरु हरगोबिन्द जी को छटा सिख गुरु बनाया गया|
 

6) छटे गुरु हरगोबिन्द जी के बाद इनके पोते (पोत्र) गुरु हर राय जी सातवें गुरु बने|
 

7) सातवें गुरु हर राय जी के बाद इनके बेटे गुरु हर किशन जी आठवें गुरु बने|
 

8) आठवें गुरु हर किशन जी के चचेरे दादा गुरु तेगबहादुर जी नौवें गुरु बने|
 

9) नौवें गुरु तेगबहादुर जी के सुपुत्र गुरु गोबिंद सिंह जी दसवें गुरु बने|

मैं यह तथ्य लिखते हुए न्यूट्रल हूँ और सिर्फ जानकारी हेतु आपके समकक्ष रख रहा हूँ| इससे आप आगे क्या निष्कर्ष निकालते हैं, यह आपके विवेक और सूझबूझ पर है| - फूल मलिक

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