Sunday, 7 June 2015

क्या इतना ही काफी नहीं है समझने को?


ओ दाऊद, ओ शकील, ओ पास्कल, ओ राजन, ओ दुबई के शेख, ओ लादेन और ओ आईएसआईएस तुम तो इंसानों का अपहरण करते हो, यह देखो हमारे तेलंगाना के पुजारी, इन्होनें तो सीधा भगवान का ही अपहरण कर डाला| अपनी तनख्वाह और सुविधाओं की मांगे मनवाने को डाक्की के चेल्लों ने पूरे तेलंगाना के अढ़ाई हजार के करीब मंदिरों पर ही ताले जड़ के सीधा भगवान का ही अपहरण कर लिया| कुछ सीखो इनसे|

पता नहीं इनका भगवान कैसा है, दिन-रात उसकी आरती करते हैं, माला जपते हैं और उसके डायरेक्ट ए...जेंट कहलाते हैं और फिर भी अपनी सुविधाओं की भरपाई के लिए इंसानों के मुंह तकते हैं| वैसे जनता तो चंदा भी देने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ती|

बाकी जनता मुझे एक बात बताये, जिस भगवान का अपहरण हो जाए, जो अपनी कैद ना छुटा पाये, वो भला इंसान की क्या रक्षा करेगा? क्या इतना ही काफी नहीं है समझने को कि भगवान के नाम पे दुकानें चलती हैं, भगवान चलता तो हिम्मत थी क्या कि यह उसके आगे ताला जड़ देते?

इनको तो भगवान का मजाक बनाते हुए भी शर्म नहीं आती, फिर आम इंसान को तो कठपुतली बनाने से क्या बाज आएंगे| क्या इससे मर्यादित तरीका ही नहीं मिला मांगें मनवाने का?

वैसे पूरे विश्व के धार्मिक इतिहास में भी ऐसा पहली बार हुआ होगा कि भगवान का ही अपहरण हो गया| गॉड-अल्लाह-वाहेगुरु-धम्म-पैगंबर धन्य हो तुम और तुम्हारे लोग जो तुम्हारी इतनी मर्यादा तो रखते हैं कि तुम्हारा अपहरण नहीं करते| तुम्हारी शर्म और प्रतिष्ठा बनाये रखते हैं|

Phool Malik

Source: http://zeenews.india.com/news/telangana/telangana-priests-temple-employees-on-strike_1607414.html

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