अंधभक्तो, आपके आका की बेटी तो आराम से मुशायरा तक करती है, फिर आपको इस्लाम की बात क्यों अखरती है?
इधर उसकी "बेगम सुहासिनी हैदर अली" नाम की बेटी इस्लाम को सजदा और ताकीद करती है!
उधर बेटी ही नहीं उतरी शीशी में जिसकी, वो बेटी-ए-बाप-सुब्रमण्यम भवामी अंधभक्तों की बोतलें भरे फिरता है|
अंधभक्तो, सवाल यह नहीं कि बाप हिंदुत्व का कट्टर और बेटी इस्लाम की कट्टर क्यों है?
सवाल सिर्फ इतना है कि जब इनके खुद के घरों में पलता है सेक्युलरिज्म इतनी इबादत से, तो तुम्हें सेक्युलरिज्म से उतनी ही नफरत क्यों हैं?
या यह तुम्हें नफरत क्यों सिखाते हैं, जबकि इनके घरों में तो मुस्लिम दामाद तक सजदा पाते हैं?
या तो कह दो सुब्रमण्यम भवामी को कि बेटी का विरोध-ए-वैचारिक मात्र ही बीच महफ़िल कर दे,
वर्ना समेट ले अपनी पोथी-पंडोकली छोड़ के पैंडा हमारा, और जिंदगी से उसकी तुम को भी बेदखल कर दे|
जय यौद्धेय! - फूल मलिक
1) Watch Suhasini Haidar doing mushayra and praising islam in this video: https://www.youtube.com/watch?v=yq1DTEn4NjE
2) http://www.kohraam.com/viral-videos/suhasni-haider-on-islam-news-fake-video-61087.html
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