Friday, 3 April 2020

स्वयंवर - स्टैंडर्ड या भाई-भतीजावाद, वर्णवाद व् बाहुबल से भरा ढकोसला?


1) एक स्वयंर की बजाए, बहन को बुआ के लड़के के साथ भगा रहा है|
2) एक तीन-तीन राजकुमारियों को स्वयंवर में जीतने की बजाए, "जिसकी लाठी, उसकी भैंस" की तर्ज पर अगवा करके ही ला रहा है|
3) एक जो मछली की आँख में तीर मार सकता था उसको शूद्र बता के प्रतियोगिता से ही आउट कर दिया जाता है|
4) एक बचपन में धनुष उठा लेने वाली को स्वयंर में तो हार जाता है, परन्तु बाद में इतना बलशाली साबित होता है कि बहन की नाक कटाई का बदला लेने हेतु जो स्वंयवर में धनुष नहीं उठा पाने के कारण हारी थी और जो बचपन में उसी धनुष को उठा लिया करती थी, उसी को अपहरण करके ले जा रहा है|
5) एक शेर का बच्चा तो अपनी सगी मौसी के भाई की बेटी यानि अपनी भतीजी को ही स्वयंवर से अपहरण करके ले गया?

जितने भी आइकोनिक स्वयंवर जो इन्होनें बढ़ा-चढ़ा के गाये हैं जो अगर इनमें से एक भी लॉजिकल व् एथिकल टर्म्स पर हुआ हो तो बता दो?

और फिर यह भी घस्से मारेंगे कि अजी रिकॉर्ड है हमारा, हमने तो कभी युद्ध लड़े ही नहीं, झगड़े किये ही नहीं; किसी दुश्मन देश पर हमला किया ही नहीं; इसीलिए तो हम विश्व से भिन्न हैं| अच्छा, अरे जाने दो तुम, छोरियों के ब्याहों तक में मारकाट मचाने वालो, धक्काशाही करने वालो; देखे हैं तुमने कैसे विश्वराज किये होंगे|

वैसे तो फंडियों ने स्वयंवर को सबसे बड़ा स्टैण्डर्ड बता-गा रखा था और वैसे जो खुद भगवान था वह अपनी बहन का स्वयंवर करने की बजाए उसको वैसे ही बुआ के लड़के के साथ भगा दे रहा था? तभी तुम फंडी कहलाते हो| अब कहेंगे अजी वो भगवान जरूर था परन्तु जीवन साधारण इंसानों का जी के दिखा रहा था| तो फिर इस लॉजिक पे तो मैं भी भगवान हूँ और साधारण इंसान का जीवन जी के दिखा रहा हूँ| इसलिए मुझ भगवान का आदेश मानो और अपनी यह गपोड़ें बंद करो|

विशेष: इस पोस्ट को वही समझ पाएगा, जिसको स्वयंवर इतिहास के फेमस किस्से पता होंगे| सीधे नाम ले के बात इसलिए नहीं करी क्योंकि मुझे किसी के अहम् पर नहीं बैठना और ना इनकी मार्केटिंग करनी| परन्तु बात भी कहनी थी और जो समझना चाहते हैं उनको समझानी थी और वो समझ भी गए होंगे|

जय यौद्धेय! - फूल मलिक

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