हरयाणवी व् पंजाबी में राम के दो अर्थ होते हैं, एक आराम व् दूसरा आसमान; उदाहरण देखिए:
1) पंजाबी: "राम नाळ पै जा" - यानि आराम से बैठ जा|
2) हरयाणवी: "राम कर लो" - यानि आराम कर लो|
3) हरयाणवी: "आज तो राम भोत बरस्या" - यानि आज आसमान ने बहुत बारिश की या आस्मां से बहुत बारिश हुई| ग्रेटर-हरयाणा का सबसे बड़ा भगवान शिव रहे हैं, परन्तु यह कहावत "आज तो शिव बहुत बरस्या" नहीं "राम बहुत बरस्या" से बनी है; तो निसंदेह यहाँ राम का तातपर्य आसमान से है|
4) हरयाणवी: "के राम पर तैं उतरया सै?" - यानि सीधे आसमान से टपके हो क्या? यहाँ कोई भगवान के बारे तो ऐसा नहीं कहेगा और कहेगा तो अर्थ की बजाए अनर्थ बनता है बात का|
5) हरयाणवी: कोई भी काम शुरू करते वक्त, "ले राम का नां" यानि "सहजता से कार्य शुरू करो"; सहजता यानि आराम|
6) हरयाणवी: "राम-राम" - यानि अभिवादन स्वरूप आप से पूछा जाता है कि "आराम से तो हो?" यानि आराम-ही-आराम है ना जिंदगी में?
7) हिंदी: हिंदी में राम का अर्थ "भगवान राम" से है| जैसे बोलो जय श्री राम|
8) राम अंग्रेजी के ओके शब्द का पर्यायवाची है। किसी के बीमार या घायल होने पर पूछा जाता है....राम आ गया?
हजे राम नहीं आया।
पता नहीं कदों राम आऊ।
किंवे राम है।
हां राम राम है।
सनद रहे हिंदी, ग्रेटर हरयाणा-पंजाब की मूल भाषा नहीं है अपितु अंग्रेजी की तरह ही विदेशज भाषा है| ग्रेटर हरयाणा की मूल भाषा हरयाणवी व् पंजाब की मूल भाषा पंजाबी है|
जय यौद्धेय! - फूल मलिक
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