एक तरीका अंधभक्तों का है जो डंडा दे के भी लोगों से "जय श्री राम" बुलवाने को निताने हुए रहते हैं और एक तरीका उदारवादी जमींदारों के प्यार-मोहब्बत का है कि मुसलमान "हर-हर महादेव" बोलता है तो हिन्दू "अल्लाह-हू-अकबर"| यह वीडियो मारो उनके मुंह पर जो कहते हैं कि मुस्लिमों से यह बुलवा के दिखा दो, वह बुलवा के दिखा दो व् खामखा भड़का के आपके अंदर मुस्लिमों पे प्रति जहर भरते हैं व् दूसरी तरफ आपके ही धर्म में आपके प्रति 35 बिरादरियों को भड़का के रखते हैं| पुरखों की लाइन पर चलो, उससे सर्वोत्तम कोई मार्ग नहीं|
बाबा महेंद्र सिंह टिकैत के बाद आज फिर से यह नारे वापिस लौट आए हैं "भारतीय किसान यूनियन" की महापंचायतों में! यह कोई कम बड़ा हासिल नहीं किसान आंदोलन का व् किसान आंदोलन को तोड़ने वाले फंडियों की करतूतों का!
चौधरी चरण सिंह से होते हुए पीछे सर छोटूराम व् उनसे पहले सरदार अजित सिंह की "किसान-मजदूर-व्यापारी" वाली राष्ट्रीय राजनीति के नए आगमन का आगाज होता दिख रहा है|
1 - सरदार अजित सिंह - 1907 के "पगड़ी संभाल जट्टा" किसान आंदोलन के प्रणेता|
2 - सर छोटूराम - मंडी-फंडी नाम के दुश्मन को सही से जेहन में बिठवा देने वाला मसीहा|
3 - चौधरी चरण सिंह - अपने से पहले वाली प्रधानमंत्री को करप्सन चार्जेज में जेल दिखा देने वाला नेता जिसका पूरे देश में इकलौता ऐसा पोलिटिकल घराना जिसकी आगे की 3 पीढ़ियों तक में किसी पे एक सुई तक के घपले का करप्शन चार्ज नहीं|
जय यौद्धेय! - फूल मलिक
https://www.youtube.com/watch?v=lSyG0iIr2Mw
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