1 - दोनों ही जगह खेत का मालिक, खुद खेत में काम करता/करती है; अपने सीरी-साझी (सामंती जमींदारों की भाषा में नौकर) के साथ
2 - दोनों उदारवादी जमींदारी के मॉडल हैं
3 - दोनों में सामूहिक परवार परम्परा है, परवार का मुखिया होता है
4 - दोनों के बच्चे उच्च शिक्षा के लिए शहरों में जाते हैं
5 - दोनों के बच्चे, बच्चों के बच्चे छुट्टियों में अपने गाम-खेतों में दादा-दादी, नाना-नानी के यहाँ छुट्टियां बिताते हैं
इसके साथ ही और भी कई सारी समानताएं हैं|
और यह भारत के खापलैंड व् मिसललैंड से बाहर के राज्यों में पाए जाने वाले सामंती-जमींदारी मॉडल से उल्ट हैं|
जय यौधेय! - फूल मलिक
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