Friday, 13 November 2015

"ब्रिटेन की संसद के बाहर महात्मा गाँधी की प्रतिमा गौरव की बात!" - नरेन्द्र मोदी

नत्थूराम गोडसे की आत्मा को धोखा दे दिए हो या उसको बेच खाए हो क्या श्रीमान? इधर आरएसएस और बीजेपी पूरे देश में नत्थूराम गोडसे की जयंती मनाने की तैयारी में है और यह उनके गुण गाये जा रहे हैं जिनको मार नत्थूराम इनके प्रेरणास्त्रोत बने|

क्योंकि काजल की कोठरी अंदर-बाहर दोनों तरफ से तो काली नहीं दिख सकती, फिर भी आप उसके उल्ट खुद ही एक्सपोज हुए जाते हो| धक्के से तुले रहते हो खुद को दोनों तरफ से ही काला दिखाने पे|

अचरज ना करना जनता, अगर नत्थूराम गोडसे जयंती समारोह में श्रीमान गोडसे की स्तुति करते हुए मिल जावें तो|

दीखते-दिखाते भी जिसको ना दिखे उसी को अंधभक्त कहते हैं| अधिनायकवाद यही होता है कि लीडर जिस भी पाले पासा पल्टे बस चुपचाप पलटते जाओ, अपनी विचारक क्षमता प्रयोग मत करो|

यह तो खैर नहीं कहूँगा कि इन द्वारा देशद्रोही का तमगा दे दिया जायेगा, क्योंकि वो तो कानून का काम है, सेल्फ-स्टाइल्ड देशभक्तों का नहीं|

फूल मलिक

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