1) महाराजा हर्षवर्धन - अमेरिका-कनाडा-ऑस्ट्रेलिया इत्यादि में आज जिस
प्रकार "सोशल-ज्यूरी' है, ऐसे सर्वखाप को कानूनी रूप से राजकीय न्याय
प्रणाली से जोड़ 643 ईश्वी में विश्व की प्रथम सोशल ज्यूरी प्रणाली स्थापित
करने वाले लोकतान्त्रिक सोच के नरेश|
2) दादावीर मोहना जाट जी महाराज: सातवीं सदी में राजा दाहिर के खिलाफ हुई बगदाद के खलीफाओं की लड़ाई में सर्वखाप सेना की दाहिर को सहायता टुकड़ी में लड़ते हुए अब्दुल्ला नामक सरदार को ढाक पर चढ़ा के जमीन पे पटक के मारने वाले यौद्धेय|
3) दादावीर बाला जी जाट महाराज - 1025 में गजनवी लुटेरे की सोमनाथ लूट को वापिस लूट के देश में ही रखा - पौराणिक चरित्र हनुमान को आपका नाम "बाला जी" दिया गया है|
4) दादावीर रामलाल खोखर जाट - 1206 में पृथ्वीराज चौहान के कातिल मोहम्मद घोरी को मारने वाले|
5) दादावीर जाटवान जी गठवाला महाराज - भारत के प्रथम वीर जिन्होनें 1267 में मुस्लिम शासन की खिलाफत कर कुतबुद्दीन ऐबक से हाँसी-हिसार के टिब्बों में ऐसा रण लिया कि ऐबक दिल्ली जाकर यह कहते हुए रोया था कि मैं क्यों जाटों से उलझा| और वो हिन्दू धर्म के पहले ऐसे योद्धा भी बने जिसने मुस्लिम-शासन की सर्वप्रथम खिलाफत करी|
6) दादा चौधरी मस्तपाल सिरोहा - 1287 में महानदी के तट पर लाखों जाट-गुर्जर-अहीर-राजपूतों से सजी सर्वखाप महंचायत में पहली बार विदेशी आक्रान्ताओं के खिलाफ कई क्रांतिकारी प्रस्ताव पास करवाने वाले मुखर यौद्धेय।
7) दादीराणी भागीरथी महाराणी - 1355 में चुगताई वंश के चार सरदारों समेत, चुगताई सेना के सेनापति को अढ़ाई घंटे के मल्ल युद्ध में हरा, उनको गोहाना से ले टोहाना तक भगा-भगा के पीटने वाली जींद की योद्धेया|
8) दादावीर जोगराज गुर्जर जी महाराज - 1398 में तैमूर लंग के खिलाफ हुई विजयी लड़ाई में "हरयाणा सर्वखाप" की सेना के प्रधान सेनापति|
9) दादावीर हरवीर सिंह गुलिया जी - 1398 में तैमूर लंग के खिलाफ हुई विजयी लड़ाई में तैमूर की छाती में भाला मार उसकी हार को सुनिश्चित करते हुए वीरगति देने वाले "हरयाणा सर्वखाप" की सेना के उप-प्रधान सेनापति -1।
10) दादावीर धूला भंगी जी - 1398 में तैमूर लंग के खिलाफ हुई विजयी लड़ाई में "हरयाणा सर्वखाप" की सेना के उप-प्रधान सेनापति -2।
11) दादीराणी रामप्यारी गुर्जरी जी: 1398 में तैमूर लंग के खिलाफ हुई विजयी लड़ाई में "हरयाणा सर्वखाप" की सेना की महिला इकाई की प्रधान सेनापति|
जय यौद्धेय! - फूल मलिक
2) दादावीर मोहना जाट जी महाराज: सातवीं सदी में राजा दाहिर के खिलाफ हुई बगदाद के खलीफाओं की लड़ाई में सर्वखाप सेना की दाहिर को सहायता टुकड़ी में लड़ते हुए अब्दुल्ला नामक सरदार को ढाक पर चढ़ा के जमीन पे पटक के मारने वाले यौद्धेय|
3) दादावीर बाला जी जाट महाराज - 1025 में गजनवी लुटेरे की सोमनाथ लूट को वापिस लूट के देश में ही रखा - पौराणिक चरित्र हनुमान को आपका नाम "बाला जी" दिया गया है|
4) दादावीर रामलाल खोखर जाट - 1206 में पृथ्वीराज चौहान के कातिल मोहम्मद घोरी को मारने वाले|
5) दादावीर जाटवान जी गठवाला महाराज - भारत के प्रथम वीर जिन्होनें 1267 में मुस्लिम शासन की खिलाफत कर कुतबुद्दीन ऐबक से हाँसी-हिसार के टिब्बों में ऐसा रण लिया कि ऐबक दिल्ली जाकर यह कहते हुए रोया था कि मैं क्यों जाटों से उलझा| और वो हिन्दू धर्म के पहले ऐसे योद्धा भी बने जिसने मुस्लिम-शासन की सर्वप्रथम खिलाफत करी|
6) दादा चौधरी मस्तपाल सिरोहा - 1287 में महानदी के तट पर लाखों जाट-गुर्जर-अहीर-राजपूतों से सजी सर्वखाप महंचायत में पहली बार विदेशी आक्रान्ताओं के खिलाफ कई क्रांतिकारी प्रस्ताव पास करवाने वाले मुखर यौद्धेय।
7) दादीराणी भागीरथी महाराणी - 1355 में चुगताई वंश के चार सरदारों समेत, चुगताई सेना के सेनापति को अढ़ाई घंटे के मल्ल युद्ध में हरा, उनको गोहाना से ले टोहाना तक भगा-भगा के पीटने वाली जींद की योद्धेया|
8) दादावीर जोगराज गुर्जर जी महाराज - 1398 में तैमूर लंग के खिलाफ हुई विजयी लड़ाई में "हरयाणा सर्वखाप" की सेना के प्रधान सेनापति|
9) दादावीर हरवीर सिंह गुलिया जी - 1398 में तैमूर लंग के खिलाफ हुई विजयी लड़ाई में तैमूर की छाती में भाला मार उसकी हार को सुनिश्चित करते हुए वीरगति देने वाले "हरयाणा सर्वखाप" की सेना के उप-प्रधान सेनापति -1।
10) दादावीर धूला भंगी जी - 1398 में तैमूर लंग के खिलाफ हुई विजयी लड़ाई में "हरयाणा सर्वखाप" की सेना के उप-प्रधान सेनापति -2।
11) दादीराणी रामप्यारी गुर्जरी जी: 1398 में तैमूर लंग के खिलाफ हुई विजयी लड़ाई में "हरयाणा सर्वखाप" की सेना की महिला इकाई की प्रधान सेनापति|
जय यौद्धेय! - फूल मलिक
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