पुराण-ग्रन्थ-शंकराचार्य कहते हैं कि गंगा नदी को राजा हरिश्चंद्र की
वंशबेल की 16वीं पीढ़ी में पैदा हुए राजा भागीरथ जी धरती पर लाये थे|
और यही ग्रन्थ-पुराण यह भी बोलते हैं कि राजा हरिश्चंद्र को अपना सबकुछ विश्वामित्र को दान दे, पत्नी-बेटे को बेच, खुद को भी बनारस यानि काशी के गंगाघाट के श्मशान घाट पर मुर्दे फूंकने की नौकरी करनी पड़ी थी|
अब कोई समझायेगा कि जब गंगा नदी को धरती पर लाने वाला ही राजा हरिश्चंद्र से 16वीं पीढ़ी में आ के पैदा हुआ, तो राजा हरिश्चंद्र के वक्त बनारस में गंगा कहाँ से आ गई?
विशेष: म्हारे गाम के भीण्डे खाग्गड़ की तरह हर वक्त नथुनों को फुला के रखने वाले अंधभक्त चाहें तो मुझे इस सवाल करने पे पाकिस्तानी, हिन्दू एकता का दुश्मन जो चाहे बरबड़ा सकते हैं| परन्तु विजडम कोई शब्द सीखा हो या तुम्हें अंधभक्त बनाने वालों ने सिखाया हो तो मेरे इस सवाल का जवाब भी दे देना|
जय यौद्धेय! - फूल मलिक
और यही ग्रन्थ-पुराण यह भी बोलते हैं कि राजा हरिश्चंद्र को अपना सबकुछ विश्वामित्र को दान दे, पत्नी-बेटे को बेच, खुद को भी बनारस यानि काशी के गंगाघाट के श्मशान घाट पर मुर्दे फूंकने की नौकरी करनी पड़ी थी|
अब कोई समझायेगा कि जब गंगा नदी को धरती पर लाने वाला ही राजा हरिश्चंद्र से 16वीं पीढ़ी में आ के पैदा हुआ, तो राजा हरिश्चंद्र के वक्त बनारस में गंगा कहाँ से आ गई?
विशेष: म्हारे गाम के भीण्डे खाग्गड़ की तरह हर वक्त नथुनों को फुला के रखने वाले अंधभक्त चाहें तो मुझे इस सवाल करने पे पाकिस्तानी, हिन्दू एकता का दुश्मन जो चाहे बरबड़ा सकते हैं| परन्तु विजडम कोई शब्द सीखा हो या तुम्हें अंधभक्त बनाने वालों ने सिखाया हो तो मेरे इस सवाल का जवाब भी दे देना|
जय यौद्धेय! - फूल मलिक
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