धर्म की परिभाषा: आपके दिए दान-दया के बदले अगर आपका धर्म आपकी सामाजिक व् एथनिक स्वायत्तता, सुरक्षा, पहचान, सम्मान की सुनिश्चतता व् निरंतरता नहीं करता है तो वह धर्म नहीं है अपितु वह आपके unconscious mind को hypnotize करके उसमें छुपे भय, ईर्ष्या, काल्पनिकता, अधूरी इच्छाओं को भड़का कर आपका मानसिक-आर्थिक-सामाजिक दोहन करने का धंधा मात्र है| निचौड़ की बात यह है कि धर्म में जहाँ जवाबदेही ना हो, वहां करप्शन एथिक्स बन जाती है|
Unconscious mind यानि छोटा दिमाग, गुद्दी पीछे की मति यानि आपकी कल्पनाओं समेत सारी छोटे स्तर की हीन बातें इसमें स्टोर होती हैं| जो व्यक्ति दिल से ज्यादा काम लेता है उसका कंसलटेंट unconscious mind होता है|
Conscious mind यानि बड़ा दिमाग, जिससे आपको गलत-सही निर्धारित करने की अवस्थाएं चलायमान होती हैं|
कभी सोचा है कि जिस धर्म के फंडी आपको गाय को माता की तरह रक्षित-पूजित रखने की वकालत करते हैं, आखिर वह सड़कों पर कचरा खाती गाय को अपने घर में बाँधने हेतु क्यों नहीं दौड़ते? कभी सोचा है कि जिस धर्म के फंडी आपको गंगा को माता की तरह पुजवाते हैं, आखिर वह कर्मकांड के नाम पर उसके ही पानी को गंदा क्यों करवाते हैं या गंदा होते देखते रह जाते हैं? कायदे से तो गाय-गंगा के नाम की सबसे तीव्र व् भावुक तरंगें इनमें होनी चाहियें; जो कि इन दोनों की दुर्गति पर इनको ठीक करने दौड़ पड़नी चाहियें; क्यों नहीं है ऐसा?
सिर्फ इसीलिए कि इन्होनें अपने unconscious mind को काबू किया होता है| वह कहावत है ना कई "काबू सच्चा, झगड़ा झूठा"; वह इस unconscious mind को ही काबू करके चलने की कवायद भर है|
आपके जिन पुरखों को फंडी "जाट जी" व् "जाट देवता" कहने लिखने को बाधित हुआ, उसकी वजह यह थी कि आपके पुरखे 95% अक्षरी ज्ञान से तथाकथित अनपढ़ व् ग्रामीण होते हुए भी unconscious mind की समझ रख उसको कण्ट्रोल रखते थे व् conscious mind को सधा के रखते थे|
अब देखो आप लोगों को कितना समा लगेगा उस बुलंदी को वापिस पाने में| किसान आंदोलन की जीत उस दिशा में बढ़ने की मात्र बुनियाद बनी है; अगर इस पर सही से सरजोड़ के पुरखों की खाप-खेड़ा-खेत किनशिप इबारत लिखी तो वह पुरखाई बुलंदी वापिस हासिल कर लेना; कोई अतिश्योक्ति ना रहेगी|
जय यौधेय! - फूल मलिक
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