अक्षय कुमार अभिनीत "पृथ्वीराज चौहान" फिल्म, इतिहास नहीं, एक काल्पनिक उपन्यास की कहानी है! - बकौल यशराज फिल्म्स
एक सामाजिक महासभा ने यशराज फिल्म को लीगल नोटिस भिजवाया कि जब पृथ्वीराज चौहान की मौत सन 1192 में हो चुकी थी व् उसको मारने वाले मोहम्मद गौरी की मौत होती है सन 1206 में जा के हुई, वह भी खाप चौधरी दादा रायसाल खोखर के हाथों; तो यह इतना बड़ा झूठ क्यों परोस रहे हो?
तो यशराज फिल्म ने जवाब दिया कि हमने इतिहास पर फिल्म नहीं बनाई है अपितु एक काल्पनिक उपन्यास पर फिल्म बनाई है व् इतिहास से हमारा कोई लेना देना नहीं|
और इस फिल्म के मेकर्स को मजबूर किया गया यह बात फिल्म के बिलकुल शुरू में "Disclaimer" में लगाने को कि यह सच्चा इतिहास नहीं अपितु एक काल्पनिक कथा है| देखिएगा आज फिल्म में यह डिस्क्लेमर है कि नहीं|
उन तथाकथित धर्म-भीरुओं की विडंबना देखो कि वो उनसे राष्ट्रवाद सीखते हैं, जिनको माइथोलॉजी तो माइथोलॉजी, वास्तविक इतिहास तक भी "काल्पनिक उपन्यास" बता के परोसने पड़ते हैं|
जय यौधेय! - फूल मलिक
No comments:
Post a Comment