क्या, किसपे व् कैसी राजनीति की जाएगी?
अमूमन लोकसभा के आगामी मानसून सेशन में क्लॉज़ आ रहा है कि, "ब्याह शादी में पूरे देश में एक कानून होगा व् उसके तहत भाई-बहन को भी आपस में ब्याह की इजाजत होगी"|
अब इसपे इनकी पॉलिटिक्स क्या व् किसपे है?: इसका सबसे ज्यादा विरोध वह समाज व् उसकी सामाजिक संस्थाएं करेंगी जो "गाम-गौत-गुहांड" छोड़ के ब्याह करते हैं व् इसमें भी गौत छोड़ के तो जरूर से जरूर करते हैं| वह उत्तरी भारत का एक ख़ास तबका है, जिसने किसान आंदोलन को भी लीड किया था|
कैसी राजनीति होगी?: देश की बाकी जनता को दिखाया जाएगा कि हम चाहे कुछ भी कर लें, परन्तु इन्होनें रहना हमारे विरोध में| व् इस तरह से इस तबके को बाकी तबके से आइसोलेट करके दिखाया जाएगा| व् विरोधों को देखते हुए इस क्लॉज़ को बाद में वापिस भी ले लेंगे| यानि यह गेम होगा बस इस तबके को जन्मजात विरोध करने वाला दिखा को|
इलाज क्या है इस चाल का?: पहले से ही अपनी बैठकें-पंचयातें करके, डीसी ऑफिसेस व् मीडिया के जरिए संसद तक अपनी यह ऑब्जेक्शन पहुंचा दो, वरना इसके आने के बाद में पहुंचाओगे तो वही होगा जो ऊपर लिखा है|
पता नहीं, "गाम-गौत-गुहांड" छोड़ के ब्याह करने में विश्वास रखने वाले भक्त लोग अब इसपे क्या करेंगे; बेचारे चले थे इनके साथ देश व् धर्म बचाने, पता लगा इनका रक्तबीज ही बदलने जा रहा है| जो जागरूक हैं वह एक्शन ले लें ऊपर बताये तरीके से वक्त रहते|
जय यौधेय! - फूल मलिक
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