झूठे तथ्यों पर आधारित फिल्म भी हिट करवा लेंगे का कॉन्फिडेंस इनको इस बात से आता है कि तुमने जब इनकी 30 साल से परोसी जा रही माइथोलॉजी की फिल्मों व् टीवी सीरियलों पर कभी सत्यता की डिबेटें नहीं की व् जिसने की उनको नास्तिक या धर्मविरुद्ध बता के वह सब मिथ्स अपने दिमाग में उड़ेलते रहे तो "पृथ्वीराज" मूवी में 1206 में मरने वाले गौरी को 1192 में मार के दिखा दिया तो क्या जुल्म हो गया? उनमें 30 साल से ऐसा करने का कॉन्फिडेंस तो तुमने ही भरा है ना; भुगतो अब| अभी क्या है, अगर आगे भी नहीं सुधरे तो इतिहास कितना और मरोड़ के दिखाने वाले हैं ये उसकी तुम कल्पना भी नहीं कर सकते| यह तो शुक्र है कि यूरोप व् अरब की इंटरनेशनल हिस्ट्री को तोड़मरोड़ नहीं सकते व् वह ज्यों-की-त्यों इंटरनेट पर उपलब्ध है; वरना मामला सिर्फ भारत के भीतर का रहा होता तो यह जो इंटरनेट से सच जान लेते हो यह भी गायब होता व् कहीं ढूंढें से भी नहीं मिलता|
और जहाँ-जहाँ इनका काबू है गायब कर भी रहे हैं| ध्यान दो खासकर राखी गढ़ी जैसी खुदाई पर, 2017 में दक्कन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर इन इस रिसर्च में राखीगढ़ी की मम्मियों में जाट का DNA मिलना तो बता दिया; तुम्हारी मैथ्स व् माइथोलॉजी को सच मानने की यही स्पीड रही व् यूँ मूर्छा में चलते रहे तो 10-20 साल बाद यह भी गायब मिलेगी| और यह लोग इस काम पर लग भी चुके होंगे| आपके कितने शोधक इस लीड को और गहरी खोद कर उसको बड़ी बनाने में लगे हैं? नहीं लगे हैं तो उनका ध्यान लगवाइए इन बातों की तरफ|
यह मुग़लों-अंग्रेजों से इतिहास बिगाड़ा और उसको यह सुधार के लिखेंगे व् दिखाएंगे| देख लो इनका सुधारना व् दिखाना| और वह जाट जो इनके अंधभक्त बने हैं वह खासतौर से देख लो कि 1206 में खाप चौधरी दादा रायसाल खोखर के हाथों मारे जाने वाले गौरी के तथ्य की ऐतिहासिक सच्चाई कैसे छुपाई जा रही है| चलो मान लिया हम तो इनके विरुद्ध हैं, परन्तु आप क्या कर या करवा पा रहे हो इनके साथ रह के अपनी कौम-कल्चर-किनशिप की सत्यता की बहाली के लिए? और अगर नहीं ही कुछ करवा पा रहे या करवाने की चेष्टा तो जो कर रहे हैं उनको कम से कम मूक ही सही परन्तु समर्थन तो दिया करो|
और इस बात से यह भी समझ लो कि "खाप व् खाप वालों के लिए" इनके मन में कितना आदर मान-सम्मान है; रत्ती भर भी नहीं| वरना होता तो मोहम्मद गौरी को मारने वाले खाप चौधरी के साथ यह तिरष्कार कि उसको राष्ट्रीय हीरो बनाने की बजाए, उसके किये का क्रेडिट कहीं और दिया जा रहा है? यह खाप से संबंधित एक-एक नुमाईंदे-बंदे के लिए विचार-विमर्श का विषय है|
जय यौधेय! - फूल मलिक
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