रिवाजों की समानता!
लगभग दो साल पहले मैंने तुर्की की एक वीडियो सांझा की थी, जिसमें वहां की औरतें आपस में तीन बार गले मिलती है। बिलकुल वैसा ही रिवाज हमारी बुजुर्ग महिलाओं का भी है।
अब कल ही ये ईरान की एक वीडियो सामने आई। इसमें जब लड़की घर से जाती है तो उसकी गाड़ी के पीछे लड़की की मां पानी फेंकती है। अब ये वाला रिवाज हमारे यहां भी है, जब लड़की जाती है तो गाड़ी के पीछे या टायरों पर पानी डालते हैं। शायद ये रिवाज पूरे हिंदुस्तान में नहीं है, क्योंकी जब ये लड़की इस रिवाज के बारे में बता रही थी और कहती है कि मुझे नहीं पता इंडिया में भी ये रिवाज है या नहीं, तो इस लड़के की कोई प्रतिक्रिया नहीं थी। यदि ये रिवाज इनमें भी होता तो ये लड़का जरूर हां भरता।
सभी धर्मों के अपने नियम कायदे हैं परंतु सभी धर्मों में एक पैरलल सामाजिक/काबिलाई नियम कायदे भी चलते हैं। जिसमें धर्म दखल नहीं दे पाए। हालांकि, समय स्थान और सहालातों की वजह से इन सामाजिक नियमों में बदलाव आता रहा है।
By: Rakesh Sangwan
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